मैं एक शाम चुरा लूं अगर तुम्हें बुरा न लगे //
धड़कनो में आते हैं बदलाव अजीब से..
गुज़रा ना करो तुम मेरे इतने क़रीब से..
इश्क़ और बारिश का अजब कनेक्शन है साहेब,
कब और कहाँ हो जाए कुछ पता नही😊
बेफिक्र, बेख्याल, बेहाल छोड़ कर चली गई
सुनो ! तुम अपना रुमाल छोड़ कर चली गई
😊😍
कहो तो आज फिर..कुछ नज़्म सजा दूं,,,
कितनी खूबसूरत हो तुम...ये लफ़्ज़ों में बता दूं....!
हर वक्त जो दिल को सताये..
ऐसी कमी हो तुम मेरे लिये...
🌹💘चले आओ ना अब,
कहाँ गुम हो?
कितनी बार कहूँ?
मेरे दर्द की दवा तुम हो🌹💘
इतना कुछ हो रहा है दुनिया में.
क्या तुम मेरी नही हो सकती...!!😌😌😒😍
मेरी तलब पे तो आसमाँ भी हैरान है,
कि मैंने चाँद नही उसका दाग माँगा है...✌
😘😘
इंतजार अक्सर फैसला सूना देता है,
देर हो गयी तो दूरियाँ बढ़ा देता है !!
कौन कहता है कि अहसास नज़दीकियों के मोहताज़ होते हैं
वो लोग सबसे क़रीब होते हैं जो मीलों दूर रहते हैं..!!
मोहब्बत भी हाथों में लगी मेहँदी की तरह होती है
कितनी भी गहरी क्यों ना हो फीकी पड़ ही जाती है। 🥀💔
रब से मांगा था तेरा प्यार,
जो इस दुनिया को मंजूर नही,
चाहे फासले कितने भी रहे,
मेरे दिल से तुम कभी दूर नही. 💞
इंसान अगर प्यार में पड़े तो ग़म में पड़ ही जाता है,
क्योंकि प्यार किसी को चाहे जितना भी करो, थोड़ा सा तो कम पड़ ही जाता है !!💞
दोस्ती का गणित भी
कुछ अलग है साहब...।
दो में से एक गया तो
कुछ भी नहीं बचता...।।
अच्छा सुनो अगर बात💓
करने से लड़ाई होती है❣
तो इशारे किया करो ।।💞
नही आता मागना तो खाली हाथ फैला दो......!!!
वह बन्द लबो की बोलिया भी सुनता है......!!!
(●♡दूरियाँ और फ़ासलें...तुमने बनाये हैं,,,,,,
मेरी मोहब्बत तो आज भी ढूँढ़ती है पनाह तुझमें,,,,,♡●)🌹
मोहब्बत भी हाथों में लगी मेहँदी की तरह होती है
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